अश्कों को छू कर बरसात भी जल जाएगी
हथेली पे रख दोगे तो रात पिघल जाएगी
समय की रेत को थामो खुले हाथों से
बंद करोगे मुट्ठी तो फिसल जाएगी
दिल में हौसला है, हाथों पे भरोसा
तूफान में पंशी कश्ती, आप निकल जाएगी
कभी करना ना भरोसा इस बेगानी दुनिया पर
जिस पल आँख बंद करोगे ये छल जाएगी
मैंने तो तुझको खुदा, तुझको देवता माना
गुमान ना था वक़्त पड़ने पर तस्वीर बदल जाएगी
अपनी साँसों को मेरी धड़कन में कुछ देर रहने दो
ये गयीं तो, मेरी जान निकल जाएगी
अपनी साँसों को मेरी धड़कन में कुछ देर रहने दो
ReplyDeleteये गयीं तो, मेरी जान निकल जाएगी
har ek sher behatreen hai...
gajab..
shukriya
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