तेरी रहमतों में शामिल एक ये भी अदा है
बिन मांगे ही तूने मुझे सब कुछ दिया है
शब्दांजलि
Wednesday, June 15, 2016
Tuesday, August 2, 2011
Monday, August 1, 2011
एक ख़ूबसूरत रात हो
और प्यार की बरसात हो
ज़िन्दगी का साथ हो
और तू मेरे पास हो
हाथों में ये हाथ हो
ऐसी हंसी मुलाकात हो
की आँखों से बात हो
जैसे मेरे हैं सनम
वैसे तेरे ज़स्बात हों
Sunday, July 31, 2011
अश्कों को छू कर बरसात भी जल जाएगी
हथेली पे रख दोगे तो रात पिघल जाएगी
समय की रेत को थामो खुले हाथों से
बंद करोगे मुट्ठी तो फिसल जाएगी
दिल में हौसला है, हाथों पे भरोसा
तूफान में पंशी कश्ती, आप निकल जाएगी
कभी करना ना भरोसा इस बेगानी दुनिया पर
जिस पल आँख बंद करोगे ये छल जाएगी
मैंने तो तुझको खुदा, तुझको देवता माना
गुमान ना था वक़्त पड़ने पर तस्वीर बदल जाएगी
अपनी साँसों को मेरी धड़कन में कुछ देर रहने दो
ये गयीं तो, मेरी जान निकल जाएगी
Wednesday, December 1, 2010
जब से यहाँ आया हूँ उस से दूर , खिड़की के परदे बदले नहीं उसने
वो कमबख्त कहता है उनसे खुसबू जाती नहीं मेरी
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