वो बेवफ़ा सही, सनम मेरा तो है,दिल दुखे तो क्या...दुखता रहे ! जब माँग ही रही हैं तो जी भर कर माँगिये; दुआ कभी कभी ही कुबूल होती है; क्या पता कब असर कर जाय ! पर बहुत पहले कुछ और भी सुना था:वो बड़ा रहीम-ओ-करीम है..मुझे ये सिफ़त भी अता करे..तुझे भूलने की दुआ करूं, तो दुआ में मेरी असर न हो..
वो बेवफ़ा सही, सनम मेरा तो है,
ReplyDeleteदिल दुखे तो क्या...दुखता रहे !
जब माँग ही रही हैं तो जी भर कर माँगिये; दुआ कभी कभी ही कुबूल होती है; क्या पता कब असर कर जाय !
पर बहुत पहले कुछ और भी सुना था:
वो बड़ा रहीम-ओ-करीम है..मुझे ये सिफ़त भी अता करे..
तुझे भूलने की दुआ करूं, तो दुआ में मेरी असर न हो..