शब्दांजलि
Tuesday, August 2, 2011
दुआ
ले के आज तेरा नाम
हमने हाथ उठा दिया
माँगा कुछ तेरी वफ़ा
और कुछ तेरी बेवफाई के नाम
Monday, August 1, 2011
एक ख़ूबसूरत रात हो
और प्यार की बरसात हो
ज़िन्दगी का साथ हो
और तू मेरे पास हो
हाथों में ये हाथ हो
ऐसी हंसी मुलाकात हो
की आँखों से बात हो
जैसे मेरे हैं सनम
वैसे तेरे ज़स्बात हों
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